इस्लाम में मूर्तियाँ प्रतिबंधित क्यों हैं? क्या कोई धार्मिक पृष्ठभूमि है?

देशी वक्ता का जवाब
Rebecca
धार्मिक रूप से, मूर्तियों को विश्वासियों द्वारा पूजे जाने वाले विषय के सम्मान में बनाया जाता है। एक विशिष्ट उदाहरण ईसा मसीह की प्रतिमा होगी, जो अक्सर ईसाई धर्म में देखी जाती है। दूसरी ओर, इस्लाम ऐसी मूर्तिपूजा की मनाही करता है। क्योंकि, इस्लाम में, धार्मिक रूप से पूजा की जाने वाली एकमात्र वस्तु अल्लाह है, और पूजा की वस्तु के रूप में, मूर्ति को idol का दर्जा नहीं मिल सकता है। इसलिए, पूजा के उद्देश्य से मूर्तियों, संरचनाओं और समान उपयोग की वस्तुओं को रखना मना है।